What is CIBIL score in Hindi – CIBIL Limited भारत की पहली क्रेडिट जानकारी प्रदान करने वाली कंपनी है, जिसे क्रेडिट ब्यूरो के रूप में भी जाना जाता है। यह कंपनी व्यक्तियों और व्यवसायों के लोन और क्रेडिट कार्ड भुगतानों का पूरा रिकॉर्ड रखती है।
बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान हर महीने इन भुगतानों का डेटा CIBIL को भेजते हैं। इस जानकारी का उपयोग करके CIBIL व्यक्तियों के लिए एक स्कोर और रिपोर्ट तैयार करता है। यह स्कोर बैंकों और ऋणदाताओं को यह समझने में मदद करता है कि लोन आवेदक कितना विश्वसनीय है और उनकी लोन चुकाने की क्षमता कैसी है।
यह प्रक्रिया न केवल लोन देने के जोखिम को कम करती है, बल्कि ऋणदाताओं को सूचित और सुरक्षित निर्णय लेने में सहायता भी करती है। इस तरह CIBIL स्कोर लोन स्वीकृति में एक अहम भूमिका निभाता है।
लोन सैंक्शन करवाने में CIBIL का महत्व(What is CIBIL score in Hindi):
CIBIL स्कोर लोन आवेदन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब कोई आवेदक लोन के लिए बैंक या वित्तीय संस्थान जाता है तो सबसे पहले ऋणदाता उसका CIBIL स्कोर एवं रिपोर्ट की जांच करता है।
अगर CIBIL स्कोर कम होता है, तो ऋणदाता आवेदन को आगे विचार करने के बजाय उसी समय अस्वीकार कर सकता है। वहीं, यदि CIBIL स्कोर उच्च होता है, तो ऋणदाता आवेदन के अन्य विवरणों पर गौर करता है और यह तय करता है कि आवेदक क्रेडिट के योग्य है या नहीं।
CIBIL स्कोर ऋणदाता के लिए आवेदक का पहला प्रभाव होता है। जितना अधिक स्कोर होगा, लोन स्वीकृति की संभावना उतनी ही अधिक होगी। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि लोन या क्रेडिट कार्ड स्वीकृत करने का अंतिम निर्णय पूरी तरह ऋणदाता का होता है। CIBIL केवल क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट प्रदान करता है, लेकिन लोन स्वीकृति या अस्वीकृति पर इसका कोई सीधा प्रभाव नहीं होता।
CIBIL स्कोर को प्राभावित करने वाले फैक्टर(What is CIBIL score in Hindi):
CIBIL स्कोर एक 3 अंकों का संख्यात्मक सारांश होता है, जो आपके क्रेडिट इतिहास को दर्शाता है। यह स्कोर आपके CIBIL रिपोर्ट के ‘अकाउंट्स’ और ‘इन्क्वायरीज़’ सेक्शन में पाए गए विवरणों का उपयोग करके गणना किया जाता है और यह 300 से 900 तक होता है।
जितना अधिक आपका CIBIL स्कोर 900 के पास होगा, उतना ही अधिक आपके लोन आवेदन के स्वीकृत होने की संभावना होगी। यह स्कोर पिछले 36 महीनों के आपके क्रेडिट हिस्ट्री पर आधारित होता है, यानी यह आपके वित्तीय व्यवहार को तीन साल के डेटा के आधार पर मापता है।
इसका मतलब यह है कि यदि आप समय पर अपने लोन और क्रेडिट कार्ड की EMI चुकाते हैं, तो आपका स्कोर उच्च रहेगा, जो लोन स्वीकृति में सहायक होता है।
पेमेंट हिस्ट्री(PAYMENT HISTORY):
अपनी ईएमआई या लोन रिपेमेंट का समय पर भुगतान करें, यदि आप लेट पेमेंट करेंगे या डिफॉल्ट करेंगे तो निश्चित रूप से यह आपके क्रेडिट स्कोर को बुरी तरह से प्रभावित करेगा।
मल्टीपल इंक्वायरी(MULTIPLE INQUIRIES):
यदि आप लोन के लिए कईं बैंको में जाकर अपना सिबिल स्कोर की जांच करवाते हो तो यह प्रैक्टिस भी आपके सिबिल स्कोर को डाउन करती है, क्योंकि बार बार सिबिल रिपोर्ट का निकला जाना आपके कर्ज के बोझ को दर्शाता है।
क्रेडिट मिक्स या संतुलित क्रेडिट(HIGH CREDIT UTILIZATION):
आपका लोन पोर्टफोलियो संतुलित होना चाहिए जिसमे आपको सिक्योर्ड एंड अनसिक्योर्ड लोन(Secured and unsecured Loans) को बैलेंस करके लेना चाहिए, अगर आप अनसिक्योर्ड लोन अधिक लेते हो तो यह आपके सिबिल स्कोर को प्राभावित कर सकता है, इसीलिए आपका लोन पोर्टफोलियो बैलेंस्ड होना चाहिए।

CIBIL स्कोर को कैसे सुधारें:
आप अपना CIBIL स्कोर सुधार सकते हैं यदि आप अपनी क्रेडिट हिस्ट्री को अच्छी तरह बनाए रखें, क्योंकि यह लोन स्वीकृति के लिए बहुत जरूरी है। निम्नलिखित 6 कदम आपको अपना स्कोर बेहतर करने में मदद करेंगे:
समय पर भुगतान करें:
हमेशा अपनी ईएमआई को समय पर चुकाएं। देरी से भुगतान करने को ऋणदाता नकारात्मक रूप से देखते हैं और इससे आपका CIBIL स्कोर कम हो सकता है।
बैलेंस कम रखें:
ज्यादा क्रेडिट का उपयोग न करें। अनावश्यक लोन ना ले।अपने क्रेडिट उपयोग को नियंत्रित रखें ताकि आप ज्यादा ऋण लेने की छवि न बनाएं।
क्रेडिट का संतुलन अवश्य होना चाहिए:
यह बेहतर है कि आपके पास सिक्योरड (जैसे होम लोन, ऑटो लोन) और अनसिक्योरड लोन (जैसे पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड) का अच्छा संतुलन हो। बहुत अधिक अनसिक्योरड लोन स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
नए क्रेडिट के लिए संयम से आवेदन करें:
लगातार नए क्रेडिट के लिए आवेदन करना यह दर्शाता है कि आप अत्यधिक लोन की तलाश में हैं। इसलिए नए लोन के लिए आवेदन करते समय सावधानी बरतें।
अपने गारंटी दिए गए और संयुक्त खातों (Joint Accounts) कड़ी मासिक निगरानी रखें:
सह-हस्ताक्षरित, गारंटी दिए गए या संयुक्त खातों में, आप मिस्ड पेमेंट के लिए समान रूप से जिम्मेदार होते हैं। अगर आपके संयुक्त खाता धारक या गारंटी देने वाले व्यक्ति ने उधार चुकता नहीं किया, तो इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ सकता है।
अपनी क्रेडिट हिस्ट्री की नियमित समीक्षा करें:
CIBIL स्कोर और रिपोर्ट की नियमित रूप से निगरानी करें ताकि कोई अप्रत्याशित चौंकाने वाली स्थितियों से बचा जा सके, जैसे लोन आवेदन का अस्वीकृत होना।
इन तरीकों को अपनाकर आप अपने CIBIL स्कोर को बेहतर बना सकते हैं, जो भविष्य में लोन स्वीकृति की संभावना को बढ़ा सकता है।
for more information about CIBIL please visit: www.cibil.com